गर्मी में गर्मी दूर करने के 15 आहार

गर्मी का मौसम आते ही लोग कोल्डड्रिंक ,नींबू -पानी का सबसे पहले ध्यान करते हैं ,जब कि कोल्डड्रिंक वर्ष में केवल तीन से चार माह ही लोग लगभग पीते नहीं हैं, अपितु आठ माह तक तो लोग पीते ही हैं। नींबू -पानी तो लगभग 10 से 12 माह कुछ लोग प्रयोग करते हैं। 
                                                   किन्तु गर्मी के मौसम में केवल कोल्डड्रिंक और नींबू -पानी ही हमें गर्मी से नहीं बचाता है ,अपितु गर्मी से बचने के लिए हमें कुछ विशेष आहार और पेय का भी उपयोग करना पड़ता है जिससे की हमलोग गर्मी के भीषण प्रकोप से स्वयं को सुरक्षित रख सकें। 
           ऐसा नहीं है कि हमलोग प्रकृति के नियमों में कुछ परिवर्तन कर देगें ,लेकिन जिस प्रकार से सर्दी के मौसम में ठण्ड से बचने के लिए गर्म व ऊनी कपडे और गर्म आहार का उपयोग करके स्वयं को ठंडक से बचाते हैं उसी प्रकार इस गर्मी के मौसम में हमलोग ऐसे आहार और पेय जो हमें शीतलता  प्रदान करे, का उपयोग करके गर्मी लगने से स्वयं को बचा सकते हैं। 
गर्मी दूर करने के आहार --------------
  1. गर्मी https://en.wikipedia.org/wiki/Summerशुरू होते ही सबसे पहले यदि कुछ मिलता है तो वह है नींबू -पानी ,इसलिए नींबू -पानी-नमक -मिश्री या एक चम्मच चीनी के साथ प्रति एक घंटे पर एक चम्मच नींबू रस एवं एक गिलास पानी और दो चम्मच चीनी व एक चुटकी नमक मिलकर लेना चाहिए। 
  2. गर्मी के शुरुआत में कच्चा पपीता अधिक मिलता है। कच्चा पपीता को उबाल कर चीनी के साथ पकाकर पपीता का लड्डू या बर्फी खाना चाहिए। 
  3. कच्चा पपीता का जब मौसम गर्मी में आता है तो उसी समय लौकी भी खूब मिलती है। लौकी का एक कप जूस में दस पता तुलसी का ,दो दाना काली मिर्च ,और नमक मिलाकर पीना है। 
  4. लौकी को उबाल कर पपीता की तरह मिठाई बनाकर या लौकी का हलवा बनाकर प्रतिदिन पचास से सौ ग्राम तक खाने के साथ अपने आहार में अवश्य लेना चाहिए। 
  5. सौंफ एक चम्मच तथा मिश्री या गुड़ तीस ग्राम एक गिलास पानी में घोलकर सबेरे सायं पीना चाहिए। 
  6. खाने वाला पान तो हर समय मिलता है। यही पान का 5 पत्ता को पीस कर मिश्री या गुड़ में पकाकर अथवा एक गिलास पानी में घोलकर दोनों समय एक-एक गिलास पीने से लाभ है। 
  7. खाने के लिए चावल तो लगभग सभी लोग खाते हैं और इसी चावल का आटा एक चम्मच, आधा लीटर दूध में बनाकर और मिट्टी के बर्तन में खुले आसमान के नीचे रात भर रख दें और सबेरे इसी को खायं तो गर्मी कम लगती है। इसे फ्रीज में रखकर भी खा सकते हैं। 
  8. गुलाब के पुष्प तो रंग-बिरंगे कई प्रकार के होते हैं किन्तु गुलाबी रंग वाला गुलाब का सूखा हुआ पुष्प 50 ग्राम और 200 ग्राम मिश्री या चीनी अथवा गुड़ में पकाकर ठंडा होने पर दो चम्मच इसे लेकर एक गिलास पानी में सबेरे -सायं लेने से गर्मी कम लगेगी। 
  9. ठंडी दही ,ठंडा मठ्ठा ,ठंडी लस्सी भी एक- एक गिलास दोनों समय लेना सर्वोत्तम है। 
  10. शहतूत को पीस कर नमक या मिश्री या गुड़ के साथ एक गिलास पानी में तीन चम्मच मिलाकर सबेरे -सायं पीने से गर्मी लगने से स्वयं को बचा सकते हैं। 
  11. कच्चा आम उबालकर या भून कर 50 ग्राम इसी आम का गूदा 200 मिली लीटर पानी में एक चम्मच भुना जीरा और काला नमक मिलाकर प्रति चार घंटे पर पीना अधिक लाभ करता है। 
  12. तरबूज ,खरबूज, प्रति दिन 250 ग्राम को फ्रीज में ठंडा कर के या इसे पीस कर ठंडा करके प्रति चार घंटे पर लेते रहने से गर्मी लगने से बच सकते हैं। 
  13. गर्मी के दिनों में खीरा और ककड़ी भी बहुतायत में मिलना शुरू हो जाता है। सबेरे -सायं 200 से 250 ग्राम प्रति दिन अपने भोजन में सम्मिलित करने से गर्मी में गर्मी ,हमें सताती नहीं है अपितु छू कर निकल जाती है। 
  14. आम तो फलों का राजा है और गर्मी के दिनों में यदि पका आम मिल जाय तो इसके गूदे को दूध में मिलाकर और ठंडा कर के प्रति दिन प्रति चार घंटे पर एक-एक गिलास पीने से भूख और प्यास तो शांत हो ही जाती है और गर्मी लगने से भी राहत मिलता है.पके आम की मिठाई या इसी का हलवा बनाकर भी खाने से गर्मी शांत हो जाती है।  
  15. पके बेल का गूदा एक 100 ग्राम को 200 मिलीलीटर पानी में घोलकर और 30 ग्राम चीनी के साथ मिलाकर दिन में दो बार पीना चाहिए। 
  16. खस का रस भी यदि उपलब्ध हो जाय तो गर्मी के मौसम में सोने पर सुहागा है। यदि खस नहीं मिले तो कम से कम फालसा 50 से 100 ग्राम प्रतिदिन खाते रहने से भी शरीर में शीतलता आती है। 
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