नमक के लाभ

नमक तो सभी खाते हैं लेकिन नमक एक ही नहीं होता है अपितु नमक कई प्रकार के होते हैं। हमारे शरीर में भी नमक होता है। हमारे पेट में नमक  होता है। प्राकृतिक रूप से हम जो भी आहार लेते हैं उसमें भी नमक होता है। खाने में जो नमक लोग प्रयोग करते हैं वह तो साधारण नमक है। अब हम कुछ और नमक के बारे में ज्ञात करते हैं 
सेंधा नमक -
             अधिकतर लोग इस नमक को फलाहार में या व्रत में खाते हैं। सेंधा नमक खाने से अगिनि प्रदीप्त करता है और पाचक भी होता है। इस नमक को सदैव खाना चाहिए,क्यों कि यह हल्का  और रुचिकारक है एवं हिर्दय रोग में भी लाभ करता है। यह त्रिदोष नाशक भी है और नेत्र लाभ करने के साथ कुछ मधुर तथा वीर्यवर्धक भी है। 
समुद्री नमक /साँभर नमक -----
                                           सामान्य रूप से जो हम नमक खाते हैं वह यही नमक है। यह मधुर ,चरपरा होने के साथ भारी भी है। यह भी अगिनीप्रदीप्त करता है किन्तु खारा भी है। इस नमक को खाने से वात का नाश भी होता है किन्तु कफ दोष को बढ़ाता भी है। यह नमक बहुत शीतल और बहुत गर्म भी नहीं है लेकिन थोड़ा कड़वा अवश्य है। 
विरिया सच्चर नमक या विड लवण -
                                                  इस नमक  का उपयोग आयुर्वेदिक औषधियों में अधिकतर लोग करते हैं। यह खारा तो होता है लेकिन इसमें एक विशेष गुण यह होता है कि यह कफ को ऊपर और वात को नीचे खींचने वाला होता है। यह नमक तीक्ष्ण और गर्म होने के साथ हल्का भी है। यह रुचिकारी और दीपन करने वाला नमक है। यदि हिर्दय रोग में भारीपन या दर्द हो तो उसे भी नष्ट करने की इसमें शक्ति है। पेट की अगिनि प्रदीप्त करने के साथ मल-मूत्र के अवरोध तथा आँतों के अवरोध को भी दूर करता है। 
काला नमक --
               (सोंचर नोन या सौवर्चल नमक  )काला नमक का उपयोग अधिकतर लोग चाट या पेट से संबंधित रोगों में करते हैं। इस नमक में इतना गुण ही है कि कच्चा चना या अँकुरित अन्न अथवा ठण्ड के मौसम में भुनी मोमफली के साथ लोग बड़े चाव से प्रयोग करते हैं। यह रुचिकारक भी और मलभेदक भी है। काला नमक दीपन का कार्य जब करता है तो बहुत पाचन का भी काम करता है। हल्का होने के साथ चिकना और वातनाशक भी है। यह अधिक पित्त वाला तो नहीं है किन्तु डकार को अवश्य ही शुद्ध करता है। यदि पेट फूल रहा हो या पेट में दर्द हो तो अथवा मल-मूत्र की रुकावट हो उसे दूर करके जठरागिनी को प्रदीप्त करता है। 
खारी नमक (रेह )
               धोबी लोग पहले कपड़ा धुलने में जिस रेह का प्रयोग करते थे उसमें से यह नमक निकाला जाता है। इसके नमक निकालने की विधि थोड़ी जटिल है ,किन्तु इसका प्रयोग भी आयर्वेदिक औषधियों में ही अधिकतर किया जाता है। इस नमक को वात पीड़ा में पोटली बनाकर पीड़ा वाले स्थान पर बाँधने से वात पीड़ा को हरने की क्षमता है। किन्तु पोटली को गर्म करके ही बाँधना चाहिए। यह खारा होने के साथ भारी भी है एवं चरपरा और चिकना भी है,लेकिन यह शीतल भी होता है। 
चना का नमक -
                  चना में भी नमक होता है ,किन्तु इसके भी निकालने की प्रक्रिया कठिन है। इस नमक का भी उपयोग पेट रोग या आयुर्वेदिक औषधियों में ही होता है। चना का नमक बहुत गर्म होता है और अगिनि का दीपन भी करता है। इस नमक में खारी रस होने के गुण के साथ रुचिकारक भी है। पेट में दर्द या अजीर्ण हो उसे तो दूर करता ही है मलबन्ध को भी दुर करता है। 
जवाखार (यव खार )
                      जौ खाने में जिस प्रकार सुपाच्य है उसी प्रकार इसका नमक भी पेट और स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। जौ से नमक निकालने की भी प्रक्रिया थोड़ी कठिन है किन्तु दुर्गम नहीं है। जौ का नमक हल्का और चिकना होता है तथा अगिनिदीपक होता है। पेट में दर्द या वात हो अथवा पेट में आम बन गया हो तो इस नमक का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। यदि कफ,या सांस रोग या गले का रोग हो तो उसे भी यह नष्ट कर देता है। यदि पाण्डु रोग ,बवासीर ,संग्रहणी ,गुल्म, कब्ज तथा हिर्दय रोग हो तो उसे भी जौ  का नमक नष्ट कर देता है। जौ का नमक खाँसी को दूर करने के साथ ही साथ प्लीहा का रोग हो तो उसे भी दूर कर देता है। 
मूली का नमक -
                      मूली जब भी खाना हो तो दिन में ही खाना चाहिए। मूली खाने के साथ मूली का पत्ता नहीं खाना चाहिए। मूली खाना और मूली का पत्ता खाना दोनों में अलग-अलग गुण है। मूली सदैव पेट के लिए हितकारी है और इसीलिये आयुर्वेद में इसके नमक से पेट की बहुत सी औसधियाँ बनाई जाती हैं। मूली से नमक निकालने की विधि भी थोड़ी जटिल है किन्तु असम्भव नहीं है। मूली का नमक बवासीर ,भकन्दर  ,पेट में गैस या कब्ज हो तो इसमें यह अधिक लाभ करती है। मूली तो स्वयं सुपाच्य है और भोजन को भी पचा देती है। 
Previous
Next Post »

1 टिप्पणियाँ:

Click here for टिप्पणियाँ
Unknown
admin
7 जुलाई 2020 को 2:26 pm बजे ×

Verry good content.sendha namak ke bare mein kuch aur jankaree dijiye....amitkumar

Congrats bro Unknown you got PERTAMAX...! hehehehe...
Reply
avatar